छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 21 दिसम्बर 2021 । प्रदेश के अफसरों के मुताबिक निकाय चुनाव बेहद शांतिपूर्ण तरीके से खत्म हो चुके हैं। मगर रायपुर के बीरगांव नगर निगम में दिन भर बवाल होता रहा। अब एक वीडियो सामने आया है कि जिसमें हुल्लड़ और नारेबाजी कर रहे अपने ही पार्टी के एक नेता को कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने थप्पड़ जड़ दिया।
करीब 50 कार्यकर्ताओं की भीड़ और पुलिस के सामने ही पंकज शर्मा को इतना गुस्सा आया कि वो खुद को रोक न सके और आस मोहम्मद नाम के नेता को चांटा मार दिया। आस मोहम्मद पंकज शर्मा के पिता विधायक सत्यनारायण शर्मा की ग्रामीण विधानसभा इलाके में प्रचार का काम-काज देखता है।
बीरगांव चुनाव में भी गली-गली जाकर पार्टी के लिए प्रचार करने वाले आस मोहम्मद को इस बात की आस नहीं थी कि अपने ही बॉस से सबके सामने मार खानी पड़ेगी। बताया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं के हुड़दंग को संभालने के लिए पंकज का हाथ उठ गया। लगातार नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को पंकज समझा रहे थे, चुप रहने को कह रह थे। आस मोहम्मद खूब चीख रहा था, ऐसे में वो अपने ही नेता जी के गुस्से का शिकार बन गया।
भाजपाई भी इसे पीटने ही वाले थे
आस मोहम्मद का हंगामा देखकर कुछ भाजपा के नेता भी इससे भिड़ गए थे। पोलिंग बूथ के सामने हंगामे के वक्त आस मोहम्मद और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर आमने सामने हो गए। आस का तैश देखकर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इस पर चढ़ाई कर दी। एक नेता ने आस को पीटने के लिए हाथ भी उठा लिया था।
चंद्राकर को उंगली दिखाकर बात कर रहे आस को दूसरे कांग्रेसी पीछे लेकर गए। फिर भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने खड़े होकर नारे बाजी करने लगे और पुलिस इन्हें समझाती रही। करीब डेढ़ घंटे के हंगामे के बाद दोनों पार्टियों के नेता लौट गए थे।
जेल में भी हो चुकी है आस की पिटाई
आस मोहम्मद को दो साल पहले शहर के सरस्वती नगर थाने की पुलिस ने पकड़ा था। कांग्रेस नेता आस को तब पुलिस ने चोरी की गाड़ियों की खरीदी बिक्री में शामिल पाया था। इसके साथ दो और लोगों को पकड़ा था। इसके बाद आस को सेंट्रल जेल भेजा गया था।
खबर है कि वहां भी इसकी पिटाई की गई थी। इस मामले में तब युवा कांग्रेस नेताओं और प्रदेश अध्यक्ष पूर्ण चंद पाढ़ी ने बताया कि आस मोहम्मद को जेल में कई बार जमीन पर लेटाकर मारा गया। जेलर खोमेश मंडावी और पुलिस आरक्षक योगेश साहू के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई थी, कुछ महीने बाद आस जेल से छूट कर पार्टी की गतिविधियों में फिर से जुड़ गया था।