छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 16 दिसंबर 2021। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, सचिवों और विभागाध्यक्षों की बैठक में निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सभी शहरों के मास्टर प्लान बनाए। साथ ही प्रदेश में ट्रेड प्रमोशन काउंसिल बनाई जाएगी। इसका फोकस ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग होगा। इस बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों की समीक्षा भी हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को तेजी से आगे ले जाना है। केन्द्र सरकार की हर योजना में प्रदेश को नंबर-1 रखने की कोशिश करनी है। राजस्व बढ़ाना है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी सहित वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम मध्यप्रदेश जनता के लिए दिन-रात कार्य करने में जुटे। सभी आवश्यक कार्य करते हुए कोविड-19 को कंट्रोल करना हमारी प्राथमिकता है। ऐसा कोई व्यक्ति न रहे, जिसने टीका न लगवाया हो। सेकंड डोज का टारगेट समय पर पूरा करना है। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों को दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विभाग अपने बजट का उपयोग समय पर करें। जो विभाग पैसा खर्च नहीं कर पाएंगे उनके बजट का पैसा दूसरे विभागों को दे दिया जाएगा। केन्द्र सरकार से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक राशि की मांग करें। केन्द्र सरकार की जैसे ही कोई नई स्कीम लॉच हो उस पर तत्काल हमारा ध्यान जाए। राजस्व संग्रहण के लिए अतिरिक्त कोशिश करें। प्रदेश के विकास का आधार राजस्व ही है। रेवेन्यू संग्रहण की बैठक हर हफ्ते हो। राजस्व बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों के माध्यम से कोशिश करें।
प्रभारी मंत्री शहरों के मास्टर प्लान तैयार करें
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहरों के मास्टर प्लान बनाने की तैयारी करें। बिना मास्टर प्लान के शहरों की प्लानिंग नहीं हो सकती। प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के जिलों एवं संबंधित अधिकारी मास्टर प्लान तैयार करें। एक ही डेशबोर्ड पर सीएम की सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सकें, इसके लिए कार्य करें। इसमें मध्य प्रदेश एवं भारत सरकार की सभी फ्लेगशिप स्कीम हो।
इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में देरी नहीं होनी चाहिए
विकास के लिए रोडमेप बनाकर लक्ष्य निर्धारित कर समय-सीमा में पूरा करें। राजस्व बढ़े, काम की गुणवत्ता ठीक हो। इन्फ्रास्ट्रक्चर के कामों में देरी न हो। गुणवत्तापूर्ण काम समय पर पूरा नहीं होने पर पेनल्टी लगाकर कार्यवाही की जाए। व्यापार, निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाए। स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करायें।
एक जिला एक उत्पाद पर काम करें
जेम पोर्टल का इस्तेमाल अधिकाधिक हो। विदेशी मुद्रा लाने के लिए निर्यात पर पर ध्यान दें। “एक जिला-एक उत्पाद” को लेकर काम करें। कच्चा माल, कृषि उत्पाद निर्यात किए जा सकते हैं। स्टार्टअप के क्षेत्र में ध्यान दें। आत्म-निर्भर भारत निर्माण योजना और रोजगार योजना पर ध्यान देकर कार्य करें।
एक नई टाउनशिप बसाने पर काम
प्रदेश में एक नई टाउनशिप बसाने के लिए काम करें। कृषि विश्वविद्यालय प्राकृतिक खेती का विषय जरूर पढ़ायें। मुख्यमंत्री और विधायक कप शुरू करायें। प्रदेश में सैनिक स्कूल खोलने का कार्य करें। क्षिप्रा नदी को शुद्ध करने का कार्य समय सीमा में किया जाए।
मोटा अनाज के उत्पादन पर फोकस
कृषि के विविधीकरण का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न फसलों की खेती के विकल्प लिए तेजी से प्रयास किए जाएं। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से कार्य करें। मोटा अनाज, कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा की फसलों के उत्पादन पर ध्यान दें।