छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लंदन 18 सितम्बर 2021। ब्रिटेन अपने देश में आने और बाहर जाने वाले वैक्सीनेटेड यात्रियों के लिए नियमों में छूट देने की घोषणा की है। इसके तहत अब ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगवाने वाले सभी देश के नागरिकों को ब्रिटेन में प्रवेश की मंजूरी मिल गई है, लेकिन निराश करने वाली बात यह है कि भारत को अभी भी इस सूची से बाहर रखा गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस सूची में कनाडा का नाम भी शामिल है जहां कि भारत में निर्मित वैक्सीन की सप्लाई की गई है। ब्रिटिश सरकार के इस कदम से अब कई लोग नाराज दिख रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर भारत के साथ भेद-भाव क्यों?
जानिए आखिर भारत को क्यों बाहर रखा गया
दरअसल, इंग्लैंड में जिन देशों को कोरोना नियमों से छूट दी गई हैं, उनमें वे देश शामिल हैं, जिनके यहां इस्तेमाल हो रही वैक्सीन को ब्रिटेन में भी मान्यता दी गई है। मगर भारत में इस्तेमाल हो रही कोविशील्ड को ब्रिटेन में मंजूरी नहीं दी गई है। बता दें कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को तैयार किया है। जिन यात्रियों को भारत सहित ब्रिटेन के अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियमों के तहत फुली वैक्सीनेटेड नहीं माना गया है, उन्हें अभी भी पुराने नियमों के तहत ही प्रवेश दिया जाएगा।
भारत को इन मामलों में दी गई छूट
बता दें कि भारत वर्तमान में ब्रिटेन की एम्बर सूची में है। इसके तहत अगर कोई भारतीय नागरिक ब्रिटेन में टीका लगवाता है तो उन्हें अनिवार्य पीसीआर परीक्षणों से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं जिन यात्रियों को भारत सहित यूके के अंतर्राष्ट्रीय यात्रा नियमों के तहत टीकाकरण का प्रमाणपत्र प्राप्त नहीं है, उन्हें अभी भी प्रस्थान से पूर्व पीसीआर परीक्षण करवाना होगा। और उनके दिए गए पते पर 10 दिनों का सेल्फ क्वारंटीन होना होगा।
यूरोपीय संघ ने भी लगाई थी भारत पर रोक
बता दें कि यूरोपीय संघ ने भी भारतीय वैक्सीन कोविशील्ड लगवाने वालों को ग्रीन पास देने से इनकार कर दिया था। बता दें कि यूरोपीय संघ की ओर से भारतीय वैक्सीन कोविशील्ड को मंजूरी नहीं दी गई थी, जिससे इस वैक्सीन को लगवाने वालों को ग्रीन पास नहीं मिल रहा था। इस मामले को भारत सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया और चेतावनी दी थी कि अगर वह भारतीय टीकों को मान्यता नहीं देता तो जवाबी कार्रवाई में भारत यूरोप से आने वाले यात्रियों के लिए 14 दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर देगा। वहीं इस चेतावनी के बाद यूरोपीय संघ ने भारतीय यात्री को यूरोप के कुछ देशों में यात्रा की मंजूरी दे दी थी।
इन देशों में कोविशील्ड को मिली थी मंजूरी
कोविशील्ड को स्वीट्जरलैंड के अलावा ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन में भी मंजूरी मिल चुकी है। भारत ने समूह के 27 देशों से कहा था कि कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन के टीके लगवा चुके भारतीयों को यूरोप की यात्रा करने की अनुमति देने पर वे अलग-अलग विचार करें।