छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कठुआ 21 जनवरी 2022। गणतंत्र दिवस से ठीक पहले भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे करोल कृष्णा बॉर्डर आउटपोस्ट के नजदीक सुरंग मिली है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की तस्दीक करने में जुटी है कि यह सुरंग नई है या पुरानी। सूत्रों के अनुसार टनल अंतरराष्ट्रीय सीमा के 200 मीटर भीतर पाई गई है और पिल्लर नंबर 88-89 के बीच मिली है। आशंका जताई जा रही है कि इस सुरंग के रास्ते आतंकियों को भेज कर गणतंत्र दिवस पर खलल डालने की कोशिश की जा सकती थी। मौके पर सुरक्षाबल पहुंचे हैं और पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
वर्ष 2021 में मिली बड़ी सुरंग
- जनवरी 2021 को बोबिया क्षेत्र में डेढ़ सौ मीटर लंबी टनल मिली थी।
- अगस्त 2020 को सांबा में पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों की घुसपैठ के इरादे से बनाई गई सुरंग का पता चला था।
- नवंबर 2020 को सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव रिगाल में एक सुरंग का पता चला था।
बीएसएफ की अभेद्य निगरानी से बचने के लिए सुरंग का हथकंडा
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की हरकत पर नजर रखने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ सुरक्षा ग्रिड तैयार किया है। सीआईबीएमएस यानी कॉम्प्रिहेंसिव इंटीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम से आतंकी घुसपैठ के मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।
यह सिस्टम किसी भी मौसम में मानव हलचल को पकड़ लेता है। कई बार आतंकी घुसपैठ की कोशिशों को इसी सिस्टम की मदद से ऐन मौके पर नाकाम कर दिया गया है। यही वजह है कि पाकिस्तान सुरंगें खोदकर आतंकियों को इस पार धकेलने की कोशिशें कर रहा है।