छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 17 सितम्बर 2021। 17 सितंबर को भारत और चीन के विदेश मंत्री 21वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में मिले हैं। भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि यह जरूरी है कि चीन, भारत को किसी तीसरे देश की नजर से नहीं देखे। जयशंकर और वांग यी ने शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की है। इस मुलाकात में लद्दाख में जारी गतिरोध को लेकर भी बातचीत हुई है।
जयशंकर ने कहा है कि भारत और चीन को एशियाई एकजुटता के लिए मिसाल कायम करनी चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि भारत सभ्यताओं के सिद्धांत के किसी भी टकराव की सदस्यता नहीं लेता है। जयशंकर ने ट्वीट कर बताया है कि वांग यी से मुलाकात में बॉर्डर क्षेत्र में डिसइंगेजमेंट को लेकर चर्चा की। शांति की बहाली के लिए इस संबंध में प्रगति आवश्यक है जो कि द्विपक्षीय संबंधों के विकास का आधार है। जयशंकर ने बताया है कि 14 जुलाई को हुई पिछली बैठक के बाद से दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख के मसलों को लेकर कुछ प्रगति की है और गोगरा क्षेत्र में डिसइंगेजमेंट का काम पूरा हो गया है। लेकिन अभी कुछ और मसले हैं जिन्हें सुलझाए जाने कि जरूरत है।
विदेश मंत्री ने कहा है कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत है कि मौजूदा स्थिति को लंबा खींचना किसी भी पक्ष के हित में नहीं है क्योंकि इससे संबंधों पर नकारात्मक असर पर रहा है। उन्होंने आगे कहा है कि दोनों पक्ष इस बता पर सहमत हैं कि सैन्य और राजनयिक अधिकारियों को फिर से मिलना चाहिए और बचे हुए मसलों को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए चर्चा जारी रखनी चाहिए। इसके साथ ही दोनों मंत्रियों ने संपर्क में रहने पर भी सहमति जताई है।