सोमवार 28 जून 2021। फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ में काम कर चुकीं अभिनेत्री अलंकृता सहाय को फिल्म शूटिंग के दौरान बुरे अनुभव से गुजरना पड़ा। निर्माता ने उनके साथ बदतमीजी की और उन पर भद्दी टिप्पणी की जिसके बाद उन्होंने फिल्म छोड़ने का फैसला लिया। अलंकृता पंजाबी फिल्म ‘फुफ्फड़ जी’ में काम कर रही थीं जहां उन्हें इस तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ा। वह फिल्म का हिस्सा होना चाहती थीं लेकिन इस तरह के हालात को देखते हुए उन्होंने फिल्म से किनारा करने का निर्णय लिया।
पहली बार ऐसा अनुभव
हमारे सहयोगी हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में अलंकृता ने कहा कि ‘बाकी टीम बहुत अच्छी थी लेकिन निर्माताओं में से एक का रवैया बहुत ही गैर-पेशेवर, अनैतिक और चरित्रहीन था। इस तरह मैं पंजाब में अपनी पहली फिल्म नहीं सकी। मैंने अभी तक बहुत से निर्माताओं और लोगों के साथ काम किया है और वे सभी बहुत कमाल के रहे। इससे पहले मुझे इस तरह के अनुभवों से नहीं गुजरना पड़ा।‘
निर्माता पर लगाए कई आरोप
27 वर्षीय अलंकृता बताती हैं कि ‘यह सब तब शुरू हुआ जब उनके बीच प्रोफेशनल मतभेद बनने लगे और फिर एक वक्त ऐसा आया जब वह निर्माता के साथ नहीं काम कर पा रही थीं क्योंकि उसने अपनी सीमा पार की थी।‘
‘बर्दाश्त नहीं कर सकती’
अलंकृता आगे कहती हैं कि ‘जुबानी तौर पर भी किसी को अपनी सीमा पार नहीं करनी चाहिए। अगर आप मेरे बारे में भद्दे और गलत कमेंट करते हैं तो मैं इसे क्यों बर्दाश्त करूंगी? एक महिला होने के नाते मेरा स्वाभिमान मेरे लिए सबकुछ है और मैं इसकी रक्षा करूंगी चाहे कुछ भी हो जाए। वह व्यक्ति असभ्य और नैतिक रूप से कठोर है। अभिनेत्री ने कहा कि ‘कोई भी अपने पैसों और ताकत का दुरुपयोग नहीं कर सकता। मेरे साथ सीमाएं नहीं लांघ सकता। उसने मेरी जिंदगी को खराब कर दिया है। यह उत्पीड़न था और मुझे कठोर कदम उठाना पड़ा।‘
अजीब मैसेज भेजे
क्या अलंकृता ने इस मामले की शिकायत की है तो उन्होंने बताया कि शुक्र है कि चीजें उस स्तर तक नहीं गईं क्योंकि इसमें शारीरिक रूप से वह शामिल नहीं थीं। वह कहती हैं कि ‘उसने मुझे अजीब मैसेज भेजे थे और फोन पर बुरा व्यवहार हुआ। मैं नहीं चाहती थी कि यह मी टू के मामले तक पहुंचे। यह वह मामला नहीं है।