छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 05 मई 2023। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की समिति ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर, पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ने के शरद पवार के फैसले को खारिज कर दिया। एनसीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कोर कमेटी के संयोजक प्रफुल्ल पटेल ने पवार के इस्तीफे को नामंजूर करने वाला प्रस्ताव को बैठक में रखा जिसे एकसुर में सभी सदस्यों ने नामंजूर कर दिया। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पार्टी चाहती है कि शरद पवार अपना कार्यकाल पूरा करें और अध्यक्ष बने रहें। पटेल ने कहा कि हम अभी नया अध्यक्ष नहीं चुन पाएंगे। राकांपा की, अपना अगला अध्यक्ष चुनने के लिए पार्टी के दक्षिण मुंबई कार्यालय में शीर्ष नेताओं की एक अहम बैठक हुई।
बैठक में “मैं साहेब के साथ हूं” संदेश वाली टोपी पहने राकांपा के कई कार्यकर्ताओं ने मांग की कि शरद पवार पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। अजित पवार, सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल सहित राकांपा के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति ने सुबह 11 बजे से कुछ मिनट पहले यह तय करने के लिए अपनी बैठक शुरू की कि शरद पवार द्वारा अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा। पवार ने मंगलवार को उस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था, जिसकी स्थापना उन्होंने 1999 में की थी तथा उस समय उन्होंने अपना राजनीतिक रास्ता तय करने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी।
एक कार्यक्रम में की गई घोषणा ने 24 साल पुरानी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्तब्ध कर दिया। राज्यसभा सदस्य और विपक्ष के दिग्गज नेताओं में से एक पवार ने कहा था कि वह राकांपा प्रमुख का पद छोड़ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं। यह घोषणा उन अटकलों के बीच की गई कि पवार के भतीजे अजीत पवार और कुछ विधायक सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिला सकते हैं। हालांकि, पूर्व उपमुख्यमंत्री ने इस बात का खंडन करते हुए दावा किया था कि वह आजीवन राकांपा के साथ रहेंगे।
शरद पवार ने कहा था- एक-दो दिन में अंतिम फैसला लूंगा
शरद पवार के एलान के बाद ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगे थे। उन्होंने शरद पवार से अपना फैसला वापस लेने की मांग की थी। इस बीच पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र के बाहर के कुछ पार्टी सहयोगी इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को उनसे मिलेंगे। इसके बाद वे एक या दो दिनों में अपना अंतिम निर्णय लेंगे। शरद पवार के समर्थन में धरना दे रहे समर्थकों ने इस दौरान कहा था कि उन्हें किसी को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करना चाहिए और स्वयं उन्हें पार्टी अध्यक्ष की भूमिका में रहना चाहिए।
महाराष्ट्र दिवस के दिन किया था एलान
इससे पहले महाराष्ट्र दिवस के दिन अपनी आत्मकथा के विमोचन के दौरान शरद पवार ने पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने का एलान किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था, ‘मेरे साथियो! मैं एनसीपी के अध्यक्ष का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है। मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा। उन्होंने कहा था, ‘मैं पुणे, बारामती, मुंबई, दिल्ली या भारत के किसी भी हिस्से में हूं, आप लोगों के लिए हमेशा की तरह उपलब्ध रहूंगा। लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा। लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं। जनता से मेरा कोई अलगाव नहीं हो रहा है। मैं आपके साथ था और आखिरी सांस तक रहूंगा।