छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
दंतेवाड़ा 27 अप्रैल 2023। दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में हुए नक्सल हमले में शहीद जवानों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रद्धांजलि दी। और शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इसके बाद बस्तर के पुलिस और सुरक्षाबल के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें घटना से संबधित पूरी जानकारी ली है। हालांकि बैठक में अधिकारियों से क्या बात हुई है। ये बात सामने नहीं आई है। इसके बाद सीएम वहां से वापस लौट गए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर भी श्रद्धांजलि देने यहां पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री बघेल से चर्चा भी की। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा, हमारे जवानों ने नक्सलियों से लड़ते हुए आहूति दी है। ये शहादत बेकार नहीं जाएगी। अब लड़ाई और तेजी से लड़ी जाएगी। भूपेश बघेल ने कहा, हमारे जवान, नक्सलियों को जंगल में घेरकर मारते हैं और उन्हें गिरफ्तार भी करते हैं। नक्सलियों को अब और ज्यादा नुकसान होगा। उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कल भी एक नक्सली को पकड़ा गया है। लगातार नक्सलियों का दायरा घटता जा रहा है।
भूपेश बघेल ने शहीद जवानों के परिजनों से पुलिस लाइन कार्ली में मुलाकात करके पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। परिजनों को मुख्यमंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। जवानों को श्रद्धांजलि देने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, दंतेवाड़ा विधायक, देवती कर्मा समेत दंतेवाड़ा कलेक्टर, आईजी, एसपी से लेकर तमाम पदाधिकारी पहुंचे हैं। इससे पहले शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। शहीदों को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां पहुंचे हुए थे।
दंतेवाड़ा के शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया गया। शहीदों को अंतिम विदाई के लिए सुबह से उनके गांवों में ला का तांता लगा था। मुख्यमंत्री के साथ सांसद, विधायक, पूर्व विधायक तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी शहीद जवानों की अर्थी को कंधा दिया है। मुख्यमंत्री ने सभी शहीदों के पीड़ित परिजनों से कहा है, हम सब इस घोर शोक की घड़ी में आपके साथ हैं।
नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, हमारे जवानों ने नक्सलियों से लड़ते हुए शहादत दी है। उनकी ये शहादत बेकार नहीं जाएगी। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अब और तेज होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, नक्सलियों को हमारे जवान घेरकर जंगल में मारते हैं और उनके शवों को लेकर भी आते हैं। नक्सलियों को अब मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उनको अब ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। लगातार नक्सलियों का दायरा घटता जा रहा है।
ये जवान हुए शहीद
हेड कॉन्सटेबल जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम और जगदीश कवासी शहीद हुए हैं। इनके साथ ही प्राइवेट वाहन के चालक धनीराम यादव की भी मौत हो गई है।