छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 25 अप्रैल 2022। तीनों नगर निगमों के महापौर और भाजपा नेता एक समुदायों के इलाकों में बुलडोजर चलवाने के लिए अधिकारियों पर निरंतर दबाव बनाए हुए है। इतना ही नहीं, तीनों महापौर बुलडोजर चलाने के लिए अधिकारियों को कालोनियों के नाम भी बता रहे है। उधर जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलने के मामले में निशाने पर आने के बाद अधिकारी कदम फूंक-फूंककर रख रहे है। वह बुलडोजर चलाने में रूचि लेने के बजाए लोगों से स्वयं ही अतिक्रमण हटाने की अपील कराने लग गए है। हालांकि तीनों नगर निगम ने सोमवार को कुछ इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम देने का निर्णय लिया है।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम और दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर अपने-अपने इलाके में बुलडोजर चलवाने के लिए अधिक उतावले हो चुके है। वह तीन दिन से बुलडोजर चलवाने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करने के अलावा सार्वजनिक तौर पर बयान दे रहे है। दिलचस्प बात यह है कि कुछ समय पहले तक सभी दलों के नेता अतिक्रमण हटाने और तोड़फोड़ करने का विरोध करते थे। इस मामले में वे सदन एवं तमाम समितियों की बैठक में इस तरह की कार्रवाई करने पर अधिकारियों की खिंचाई करते थे।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने महापौर के दबाव के मद्देनजर कई इलाकों में लोगों से स्वयं अतिक्रमण हटाने की अपील की है। इस दौरान लोगों को चेतावनी भी दी कि उनकी ओर से अतिक्रमण नहीं हटाने की स्थिति में उन्हें बुलजोडर चलाना पड़ेगा। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने सीलमपुर, मुस्तफाबाद, सीमापुरी, गीता कालोनी, कृष्णा नगर, पटपड़गंज, नंद नगरी, खुरेजी, लक्ष्मी नगर, मंडावली, जगतपुरी, करावल नगर आदि इलाके में लोगों से अतिक्रमण हटाने की अपील की है। उधर दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यान संगम विहार, ओखला, मदनगीर, मादीपुर, डाबड़ी, शाहीन बाग, बटला हाउस, जामिया नगर, अंबेडकर नगर, महरौली आदि जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने में जोर दे रहे है। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक भी की है। उन्होंने सोमवार से इलाके में बुलडोजर चलाने के निर्देश दिए है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की ओर से सोमवार को सदर बाजार, चांदनी चौक, रोहिणी आदि इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने की संभावना है। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार वह अतिक्रमण के खिलाफ नियमित तौर पर अभियान चलाते है। वह इलाकों का मुआयना करने के बाद अतिक्रमण हटाते है। इसके अलावा कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया जाता है। इस कड़ी में आगामी दिनों के दौरान कई इलाकों में अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस बल मांगा गया है। वह पुलिस बल मिलने पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।