छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रांची 26 मार्च 2022। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को विधानसभा को संबोधित करते हुए कोयला कंपनियों पर हमला बोला। उन्होंने धमकी के अंदाज में कहा कि हमने कोयला कंपनियों से राज्य को 1.36 लाख करोड़ रुपये (बकाया) भुगतान की मांग की है, और हम इसे लेंगे, यह राज्य का अधिकार है अन्यथा हम कोयला खनिज संसाधनों के चारों ओर बैरिकेड्स लगा देंगे। इसके अलावा सोरेन ने देश में लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। विधानसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह से लगातार महंगाई बढ़ रही है उससे बालिका भ्रूण हत्या और बाल विवाह के मामले बढ़ेंगे। इस महंगाई के कारण अब लोगों को सही में बच्चियां बोझ लगने लगेंगी क्योंकि माता-पिता के पास पर्याप्त पैसे नहीं होंगे। केंद्र सरकार कहती है ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ लेकिन इस महंगाई में कोई भी अपनी बच्ची को कैसे पढ़ा पाएगा। सोरेन ने कहा कि मुद्रास्फीति के कारण कई क्षेत्रों में अराजकता होगी और समाज में अव्यवस्था व्याप्त होगी।
माता-पिता को पुत्र और पुत्री में से किसी एक को चुनना होगा: सोरेन
सोरेन ने कहा कि वे बेटी को बोझ समझेंगे। माता-पिता को पुत्र और पुत्री में से किसी एक को चुनना होगा। महंगाई के कारण जो सबसे ज्यादा फंसते हैं वे हैं दलित, आदिवासी, पिछड़ी जाति के लोग और गरीबी से जूझ रहे क्षेत्रों के लोग। सोरेन ने कहा कि राज्य प्रगति की कोशिश कर रहा है लेकिन अगर केंद्र सरकार साथ नहीं देगी तो हम क्या कर सकते हैं।
इससे पहले भी कई बार निशाना साध चुके हैं सोरेन
साथ ही हेमंत सोरेन इससे पहले भी अपनी टिप्पणियों में केंद्र पर निशाना साध चुके हैं। पिछले साल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कॉल के बारे में बोलते हुए, उन्होंने ट्वीट किया था कि आज प्रधानमंत्री ने फोन किया। वह सिर्फ अपनी ‘मन की बात’ बोल रहे थे। बेहतर होता कि वह कारोबार की बात करते और मुद्दों को सुनते।