छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 26 मार्च 2021। मध्यप्रदेश के बड़े शहरों में इस बार की होली बे-रंग रहेगी। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में लोग घर से बाहर गुलाल नहीं उड़ा पाएंगे। जुलूस, सामूहिक आयोजन पर पहले से ही रोक है। भोपाल में हिंदू उत्सव समिति ने पहले ही तय किया है कि सोमवार सुबह 6:15 बजे होली जलाई जाएगी। इंदौर की होलिका दहन और गेर को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यहां होली पर रोक को लेकर विरोध शुरू हो गया है। भाजपा के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी के फैसले से सहमत नहीं हूं। मेरे मोहल्ले में कोविड गाइडलाइन के हिसाब से होली का पूजन होगा। जिलाधीश जी आपका प्रकरण, डीआईजी आपका डंडा शिरोधार्य! मेरे भाई के निधन के बाद धुलेंडी पर परिवार में सीमित सीमा में रंग डालने स्वजन भी आएंगे। इधर, कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने भी प्रतिबंध पर सवाल उठाते हुए रंग डालने जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी नहीं, भाजपा के लोग अनैतिक फैसले कर रहे हैं। भाजपा कार्यालय में जाकर ऐसी बैठकें करिए। हम होली का रंग डालने जाएंगे क्योंकि यह गमी का त्योहार है। सूतक खत्म करने का त्योहार है। समाज के लोग जाते ही हैं।
भोपाल: होलिका दहन रात की जगह सुबह 6:15 बजे
रविवार को दिन में लॉकडाउन और उसके बाद नाइट कर्फ्यू सुबह 6:15 बजे तक लगा रहेगा। भोपाल हिंदू उत्सव समिति ने तय किया है कि रात की जगह इस बार होलिका दहन सोमवार सुबह किया जाएगा। भोपाल में यह स्थिति पहली बार बनेगी। यहां सामूहिक रूप से होली के आयोजन नहीं होंगे। कोई जुलूस नहीं निकाल सकेंगे।
संस्कृति बचाओ मंच रात में ही होली दहन के लिए अड़े
भोपाल में इस बार लॉकडाउन के कारण होलिका दहन को लेकर संस्कृति बचाओ मंच और हिंदू उत्सव समिति आमने-सामने आ गई हैं। हिंदू उत्सव समिति के एक दिन पहले होली सोमवार यानी 29 मार्च की सुबह 6.15 जलाने के निर्णय लिए जाने 24 घंटे बाद संस्कृति बचाव मंच ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि सुबह 6:15 बजे होली जलाने का कहीं कोई नियम नहीं है। होलिका का दहन रात में ही किया जाएगा। मंदिर समिति के लोग ही होलिका का दहन करेंगे, जिससे नियमों का भी उल्लंघन नही होगा और हमारी मान्यता भी प्रभावित नहीं होगी। हम रविवार रात 8 बजे सांकेतिक रूप से होलिका दहन करेंगे। तिवारी ने कहा कि होलिका दहन का महत्व रात का है। इस कारण से समिति के गिने-चुने कार्यकर्ता सांकेतिक रूप से पूजन करके और होलिका का दहन करेंगे। हम मंदिर से ही अनाउंसमेंट कर लोगों को घर पर ही रहने की सलाह देंगे।
इंदौर: गेर पर प्रतिबंध, लॉकडाउन की तरह सख्ती
25 मार्च को क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी ने निर्णय लिया है कि होली के दिन भी लॉकडाउन जैसी सख्ती रहेगी। सड़कों पर पुलिस और मजिस्ट्रेट तैनात होकर इस पर सख्ती करेंगे। अनावश्यक आवाजाही पर रोक रहेगी। घर से लोग बाहर निकलकर होली नहीं खेल सकेंगे। चौराहे, सड़क, सार्वजनिक स्थानों, खुले मैदान में एकत्र होकर त्योहार मनाने पर प्रतिबंध रहेगा। यहां पहले ही गेर निकालने पर रोक लगाई जा चुकी है।
ग्वालियर: कोई आयोजन नहीं
ग्वालियर में पहले से ही कलेक्टर ने धारा 144 लगा रखी है। इसकी वजह से होली पर कोई आयोजन नहीं होगा। होली पर जुलूस प्रतिबंधित है। लोगों को घर में ही होली मनानी पड़ेगी।
जबलपुर: सामूहिक रूप से नहीं मना पाएंगे त्योहार
कोई भी सार्वजनिक आयोजन नहीं इंदौर, भोपाल के बाद यहां कोरोना तेजी से फैल रहा है।कलेक्टर ने जुलूस, गेर, मेले आदि आयोजित नहीं किए जा सकेंगे। शब-ए-बारात, ईस्टर व ईद-उल-फितर पर भी कोई सामूहिक आयोजन नहीं किए जा सकेंगे।
रतलाम: गेर पर रोक, डीजे और भीड़ पर प्रतिबंधित
रतलाम शहर में रविवार के दिन लॉकडाउन होने की वजह से होलिका दहन के कार्यक्रम पारंपरिक और चुनिंदा स्थानों पर सांकेतिक रूप से आयोजित किए जाएंगे। डीजे और भीड़ एकत्रित करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। गेर पर रोक रहेगी।
48 घंटे में 18 मौतें, 2091 नए संक्रमित मिले
मध्य प्रदेश में एक दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या पिछले एक सप्ताह से बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में 2091 नए केस मिले हैं। जबकि 23 मार्च को यह आंकड़ा 1885 था। कोरोना से पिछले 48 घंटे में 18 लोग जान गंवा चुके हैं। यही वजह है कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर के अलावा छोटे शहरों में प्रशासन अब ज्यादा सख्ती कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार देर शाम कोरोना के वर्तमान हालातों की समीक्षा करने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा केस वाले शहर भोपाल, इंदाैर और जबलपुर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य में 60% केस सिर्फ इन तीन शहरों में दर्ज किए गए। भोपाल में कोरोना की रफ्तार बढ़ने के साथ एक्टिव केस में तेजी से वृद्धि हो रही है। यहां एक सप्ताह में 45% एक्टिव केस बढ़ गए है। यदि मार्च महीने के 24 दिन के आंकड़े देखें तो अब तक 5 गुना वृद्धि हो चुकी है। भोपाल में 1 मार्च को एक्टिव केस 556 थे, जो 24 मार्च को बढ़कर 3195 हो चुके हैं।