छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 20 जनवरी 2021। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के 6.10 लाख लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत लगभग 2,691 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी कर दी है। इसमें 5.30 लाख लोगों को पहली किश्त, जबकि 80 हजार लोगों को दूसरी किश्त जारी की गई। मोदी ने योजना में शामिल 5 लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात भी की। मोदी ने कहा कि UP में योगी सरकार आने से कामकाज का तरीका बदला है। पिछली सरकार ने लोगों को आवास योजना का फायदा नहीं होने दिया था।
मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
1. देश ने नई उपलब्धियां हासिल कीं
प्रधानमंत्री ने कहा- कुछ समय पहले ही सूर्य उत्तरायण हुआ है। यह समय शुभकामनाओं के लिए उत्तम होता है। ऐसे में घर के लिए पैसा मिल जाए तो इससे अच्छा क्या होगा। कुछ दिन पहले ही कोरोना के लिए वैक्सीनेशन भी शुरू हुआ है। देश ने नई उपलब्धियां हासिल की हैं। आपके जीवन में नई खुशियां आएं, मैं सभी को बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
2. UP के गांवों में तेजी से घर बनाए जा रहे
प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब से गरीब को विश्वास दिलाया है कि आज नहीं तो कल मेरा भी घर हो सकता है। यूपी आज देश के उन राज्यों में शामिल है, जहां गांवों में सबसे तेजी से घर बनाए जा रहे हैं। आज एक साथ 6 लाख परिवार के खातों में 2700 करोड़ रुपए की रकम ट्रांसफर की गई। आज का दिन आप सभी के लिए कितना बड़ा, कितना शुभ दिन है। मैं ये महसूस कर सकता हूं। इससे गरीबों के लिए ज्यादा काम करने की प्रेरणा मिलती है।
3. घर मिलने से आत्मविश्वास कई गुना बढ़ जाता है
कई लोगों को मकान की दूसरी किश्त मिलने वाली है। अब सर्दी परेशान नहीं करेगी। घर भी होगा और उसमें सुविधाएं भी होंगी। घर ऐसा सम्मानजनक तोहफा है जो इंसान का आत्मविश्वास कई गुना बढ़ा देता है। इंसान को लगता है कि जिंदगी में कुछ ऊपर-नीचे हो गया तो भविष्य में घर ही काम आएगा। गरीब को लगता है कि जब घर बना लिया तो गरीबी भी दूर कर लेंगे।
4. दो करोड़ घर ग्रामीण इलाकों में बनाए
पहले गरीबों को लगता ही नहीं था कि सरकार घर बनाने में मदद करेगी। कैसे घर बनाए जाते थे, ये किसी से छिपा नहीं है। नीतियों की मार गरीबों को भुगतनी पड़ती थी। हमने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण शुरू की। 2 करोड़ घर ग्रामीण इलाकों में ही बनाए गए। सवा करोड़ घरों की चाबी लोगों को दे चुके हैं। इन घरों को बनाने के लिए डेढ़ लाख करोड़ रुपए अकेले केंद्र सरकार ने दिए।
5. UP के लोग पिछली सरकार का रवैया भूले नहीं हैं
2016 में हमने ये योजना लॉन्च की थी तो कितनी परेशानी आई थी। पिछली सरकारों को लोगों के नाम भेजने को कहा था, पर हमारे हर आग्रह को नजर अंदाज किया जाता रहा। UP के लोग पहले की सरकार का वो बर्ताव भूले नहीं है। योगी सरकार में काम का तरीका बदल गया है।
सरकार का लक्ष्य- 2022 तक सबके पास अपना घर हो
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) केंद्र सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है। 20 नवंबर 2016 को इसे शुरू किया गया था। इसके तहत देश में अब तक 1.26 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2022 तक देश में सभी के पास अपना घर हो।
1.30 लाख रुपए तक की मदद देती है सरकार
PMAY-G के दायरे में आने वाले मैदानी इलाकों के लोगों को घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपए, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी राज्यों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे इलाकों के लोगों को 1.30 लाख रुपए दिए जाते हैं। साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के जरिए रोजगार और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रुपए की मदद दी जाती है।