छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोलकाता 09 अक्टूबर 2024। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई भयावह घटना को लेकर आज भी देशभर में गुस्सा है। न्याय और कार्यस्थल की सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर सड़कों पर हैं। उन्होंने दुर्गा उत्सव के बीच मंगलवार को लगातार पांचवे दिन अपना अनशन जारी रखा।
यह लोग अनिश्चितकालीन अनशन पर
बता दें, आरजी कर अस्पताल के अनिकेत महतो, कोलकाता मेडिकल कॉलेज के स्निग्धा हाजरा, तनया पांजा और अनुस्तुप मुखोपाध्याय, एसएसकेएम अस्पताल के अर्नब मुखोपाध्याय, एनआरएस मेडिकल कॉलेज के पुलस्थ आचार्य और केपीसी मेडिकल कॉलेज के सायंतनी घोष हाजरा अनशन में बैठे हैं। इनका साथ देने के लिए कूचबिहार मेडिकल कॉलेज के दो अन्य जूनियर डॉक्टर भी भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।
कुछ नेता हड़ताल का मजाक बना रहे: महतो
भूख हड़ताल पर बैठे एक डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा, ‘हम वादे के मुताबिक अनशन जारी रखेंगे। कुछ सत्तारूढ़ पार्टी के नेता हमारे प्रदर्शन का मजाक बना रहे है। हालांकि, हम बताना चाहते हैं कि यह कोई फर्जी हड़ताल नहीं है। अगर वे चाहें तो यहां आकर खुद को देख सकते हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हम नहीं रुकेंगे।’
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर आज शहर के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में पीड़िता को न्याय की मांग वाले पर्चे बांटेंगे और इसके अलावा रक्तदान शिविर भी लगाएंगे। वहीं, बंगाल ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स के संयुक्त संयोजकों में से एक डॉ पुण्यब्रत गुन ने कहा कि वे जूनियर डॉक्टरों का समर्थन करना जारी रखेंगे। वहीं वरिष्ठ डॉक्टर रैली निकालने की योजना बना रहे थे।
पुलिस पर लगाया आरोप
जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस पर सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि शहर के धर्मतला इलाके में डोरिना क्रॉसिंग के पास विरोध स्थल पर उन्हें पुलिस ने जैव-शौचालय रखने की अनुमति नहीं दी।
डॉक्टरों ने सीसीटीवी कैमरे लगाए
वहीं, जिस जगह पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है वहां पारदर्शिता बनाए रखने के लिए डॉक्टरों ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। धरने पर बैठे डॉक्टरों का साथ देने के लिए बड़ी संख्या में लोग और कुछ हस्तियां मौके पर पहुंचे। गौरतलब है, जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को पूरी तरह से काम बंद करने का एलान किया था। इससे राज्य संचालित मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि पीड़िता डॉक्टर के लिए न्याय हासिल करना ही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल हटाने के साथ-साथ जवाबदेही तय करने का भी आह्वान किया।